यूरिक एसिड का दर्द आमतौर पर गाउट से जुड़ा होता है. जो आमतौर पर सबसे पहले बड़े पैर के अंगूठे में शुरू होता है और फिर धीरे-धीरे ज्वाइंट में शुरू होता है.
यूरिक एसिड का दर्द गाउट से जुड़ा होता है. आमतौर पर सबसे इसके दर्द की शुरुआत पहले बड़े पैर के अंगूठे में शुरू होता और फिर धीरे-धीरे ज्वाइंट में फैलता है. यह ज्वाइंट जिसे पहले मेटाटार्सोफैलेंजियल ज्वाइंट के रूप में जाना जाता है. गाउट वाले दर्द की शुरुआती इन्हीं एरिया में सबसे पहले होता है. गाउट फ्लेयर्स अक्सर आपके बड़े पैर के अंगूठे या निचले भाग में शुरू होते हैं. गाउट तब होता है जब लंबे समय तक आपके शरीर में यूरेट का हाई लेवल बनता है, जो फिर जोड़ में और उसके आस-पास सुई के आकार के क्रिस्टल बना सकता है. इससे जोड़ में सूजन और गठिया हो जाता है.
यूरिक एसिड ब्लड में मौजूद एक केमिकल है, जो शरीर की सेल्स और प्यूरीनयुक्त फूड्स से बनता है. जब शरीर में प्यूरीन की मात्रा तय सीमा से ज्यादा बढ़ जाती है तो किडनी सही तरह से फिल्टर नहीं कर पाती है. इससे शरीर में यूरिक एसिड तेजी से बढ़ता है. जिसके कारण कई परेशानियां बढ़ जाती हैं. यूरिक एसिड का बढ़ना एक गंभीर समस्या माना जाता है, जो जोड़ों में तेज दर्द के साथ कई समस्याएं पैदा कर सकती है. जब यूरिक एसिड (Uric Acid ) बढ़ता है तो इसके पैरों पर भी लक्षण नजर आते हैं. ऐसे में तुरंत सावधान हो जाना चाहिए.
यूरिक एसिड कितना हो सकता है
यूरिक एसिड का ज्यादातर हिस्सा किडनी से फिल्टर होकर यूरिन से शरीर से बाहर निकल जाता है. शरीर में सामान्य तौर से यूरिक एसिड की मात्रा 3.5 से 7.2 mg/dL तक होना चाहिए, लेकिन अगर यूरिक एसिड इससे ज्यादा बनता है या किडनी इसे फिल्टर नहीं कर पा रही तो खून में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है. यूरिक एसिड की इस समस्या को हाइपरयूरिसीमिया कहते हैं. बढ़ा हुआ यूरिक एसिड हड्डियों के बीच में जमा हो जाता है, जिससे गाउट की प्रॉब्लम हो जाती है. इसके अलावा यूरिक एसिड बढ़ने से शरीर में कई तरह की बीमारियों का भी खतरा रहता है.
पैरों पर यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण
1. पैर के अंगूठे में असहनीय चुभन और दर्द
2. पैर के अंगूठे में सूजन बढ़ना
3. एड़ियों और टखनों में बर्दाश्त से बाहर वाला दर्द होना
4. पैर के तलवे में सुबह-सुबह तेज दर्द होना
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने क्या करें, क्या नहीं
1. यूरिक एसिड लेवल बढ़ने पर प्रोटीन वाली चीजें न खाएं, क्योंकि 100 ग्राम प्रोटनी में करीब 200 मिली ग्राम प्यूरीन होता है, जो यूरिक एसिड को बढ़ा सकता है. मीट, मछली से बचें.
2. रिफाइंड, कार्बोहाइड्रेट, केक, ब्रेड, आइसक्रीम, सोडा, फास्ट फूड और बिस्किट न खाएं.
3. यूरिक एसिड बढ़ने पर नियमित आहार में कम प्यूरीन वाले फूड्स, सभी फल, हरी सब्जियां, फलियां, मसूर की दाल, बीन्स, सोयाबीन, सूखे मेवे, चेरी, सीड्स खाएं.
4. पानी भरपूर पिएं.
5. नियमित एक्सरसाइज करें.
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