‘3 हफ्ते से बॉडी मोर्चरी में है, अंतिम संस्कार के लिए ऐसी जिद…’, पिता को अपने गांव में ही दफनाने की बेटे की इच्छा पर क्या है SC का फैसला?

दो जजों की बेंच ने अलग-अलग फैसला दिया, लेकिन इसे तीन जजों की बेंच के पास भेजने से इनकार कर दिया. कोर्ट ने गौर किया कि शव तीन हफ्तों से मोर्चरी में है इसलिए जल्दी अंतिम संस्कार करने के लिए कहा गया.

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